एक ऐतिहासिक पहल में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘नमो ड्रोन दीदी’ ( Drone Didi ) योजना शुरू की है, जिसका लक्ष्य देश भर में women’s empowerment को नए कौशल सीखने और बढ़ते ड्रोन प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भाग लेने का अवसर प्रदान करके सशक्त बनाना है। यह दूरदर्शी योजना हजारों महिलाओं, विशेष रूप से स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को कुशल ड्रोन पायलट बनने के लिए आवश्यक उपकरण और प्रशिक्षण प्रदान करके उनके जीवन को बदलने का वादा करती है।
नए अवसरों के द्वार खोलना: ड्रोन का वितरण
प्रधान मंत्री मोदी ने देश के विभिन्न हिस्सों से आए 1,000 ‘नमो ड्रोन दीदियों’ को ड्रोन वितरित करके इस योजना की शुरुआत की। इस पहल के माध्यम से, सरकार का लक्ष्य 15,000 स्वयं सहायता समूहों को जोड़ना और महिलाओं को कृषि उद्देश्यों के लिए ड्रोन संचालित करने के लिए प्रशिक्षित करना है। ड्रोन का उपयोग फसल निगरानी, उर्वरक छिड़काव और बीज बोने जैसे कार्यों के लिए किया जाएगा, जिससे अनगिनत महिलाओं के लिए अतिरिक्त आय के अवसर पैदा होंगे।
ड्रोन प्रौद्योगिकी में अग्रणी महिलाएं
भारत वर्तमान में महिला वाणिज्यिक पायलटों की संख्या में दुनिया में सबसे आगे है, जो लैंगिक समानता और सशक्तिकरण के प्रति देश की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। महिलाओं को ड्रोन पायलट बनने के लिए प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करके, ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना विमानन और प्रौद्योगिकी में अग्रणी के रूप में भारत की स्थिति को और बढ़ाने के लिए तैयार है।
‘नमो ड्रोन दीदियों’ के लिए भविष्य की संभावनाएं
प्रधान मंत्री मोदी ने ड्रोन प्रौद्योगिकी की विशाल क्षमता और भारत के भविष्य को आकार देने में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह योजना देश में ‘नमो ड्रोन दीदियों’ के लिए कई रास्ते खोलेगी, जिससे उन्हें विकास और आर्थिक स्वतंत्रता के अवसर मिलेंगे। इसके अतिरिक्त, प्रधान मंत्री ने महिला सशक्तीकरण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए, भारत में स्वयं सहायता समूहों के उल्लेखनीय विस्तार की सराहना की।
उपलब्धियों को पहचानना
प्रधानमंत्री ने उन उदाहरणों का हवाला देते हुए विपक्ष पर कटाक्ष किया जहां महिला सशक्तिकरण (women’s empowerment) के लिए उनकी पहल का उपहास किया गया था। फिर भी, उन्होंने ‘लखपति दीदियों’ की उपलब्धियों की सराहना की, जो सरकारी योजनाओं के समर्थन से फली-फूली हैं और अब स्वयं सहायता समूहों के भीतर दूसरों को प्रेरित कर रही हैं।
महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करना
महिला सशक्तिकरण (women’s empowerment) के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप, ‘लखपति दीदियों’ का लक्ष्य 2 करोड़ से बढ़ाकर 3 करोड़ कर दिया गया है। अंतरिम बजट 2024-25 की प्रस्तुति के दौरान की गई यह घोषणा ग्रामीण महिलाओं के उत्थान और आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के सरकार के दृढ़ संकल्प को दर्शाती है।
विकास को सुगम बनाना
कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक सहायता के लिए लगभग 8,000 करोड़ रुपये के बैंक ऋण प्रदान किए, जिन पर रियायती ब्याज दर लागू की गई। इसके अतिरिक्त, पूंजीकरण सहायता निधि में 2,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए, जिससे महिलाओं के नेतृत्व वाली पहलों की वित्तीय स्थिरता को और बढ़ावा मिला।
लैंगिक समानता की दिशा में एक परिवर्तनकारी कदम
‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना महिला सशक्तिकरण (women’s empowerment) और तकनीकी नवाचार के प्रति भारत के दृष्टिकोण में एक आदर्श बदलाव का प्रतीक है। ड्रोन प्रौद्योगिकी की शक्ति का उपयोग करके, यह योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक विकास के नए रास्ते प्रदान करती है, बल्कि समाज में परिवर्तन के एजेंट के रूप में उनकी स्थिति को भी मजबूत करती है। जैसे-जैसे राष्ट्र प्रगति और समावेशिता की ओर बढ़ रहा है, इस तरह की पहल लिंग-समान और तकनीकी रूप से उन्नत समाज को बढ़ावा देने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है।
ड्रोन वितरण और योजना का उद्देश्य:
इस योजना के तहत, प्रधान मंत्री मोदी ने देश के विभिन्न हिस्सों से 1,000 महिलाओं को ड्रोन वितरित किए। योजना का लक्ष्य 15,000 स्वयं सहायता समूहों को जोड़ना और महिलाओं को कृषि उद्देश्यों के लिए ड्रोन संचालित करने के लिए प्रशिक्षित करना है। यह उन्हें फसल निगरानी, उर्वरक छिड़काव और बीज बोने जैसे कार्यों में सक्षम करेगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।
ड्रोन प्रौद्योगिकी में महिलाओं की भूमिका:
भारत महिला वाणिज्यिक पायलटों की संख्या में दुनिया में सबसे आगे है, जो लैंगिक समानता और सशक्तिकरण(women’s empowerment) के प्रति देश की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना इस क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को और बढ़ावा देगी और उन्हें विमानन और प्रौद्योगिकी में अग्रणी बना देगी।
योजना के लाभ:
- महिलाओं को ड्रोन प्रौद्योगिकी में कौशल प्रदान करके उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना।
- कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना।
- ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों का सृजन करना।
- लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना।
प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण:
प्रधान मंत्री मोदी ने ड्रोन प्रौद्योगिकी की विशाल क्षमता और भारत के भविष्य को आकार देने में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह योजना देश में महिलाओं के लिए कई रास्ते खोलेगी, जिससे उन्हें विकास और आर्थिक स्वतंत्रता के अवसर मिलेंगे।
महिला सशक्तिकरण(women’s empowerment) के लिए अन्य पहल:
‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना के अलावा, सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए कई अन्य पहल भी शुरू की हैं, जैसे:
- यह योजना महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से उद्यमिता अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती है।
- यह योजना महिलाओं को सूक्ष्म ऋण प्रदान करती है ताकि वे अपना व्यवसाय शुरू कर सकें।
- यह अभियान लड़कियों की शिक्षा और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया था।
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आज पूरा देश हमारी ड्रोन दीदियों के कौशल का साक्षी बना। जिन्हें हमारी बहन-बेटियों के कौशल पर भरोसा नहीं था, उन्हें देश की सशक्त होती नारीशक्ति की इन तस्वीरों को जरूर देखना चाहिए। pic.twitter.com/BsUjM361SD
— Narendra Modi (@narendramodi) March 11, 2024